Sunday, September 7, 2008

प्रेम करने वालों के लिए भी कुंडली मिलाना जरुरी है क्या ???

जो प्रेम करते हैं, उनके लिये क्या जाति और क्या धर्म ........ ये हम सुनते आ रहे हैं। लेकिन ऐसा कम ही सुना जाता है कि प्रेम करने वालों के लिये क्या जन्म कुंडली और क्या अन्य वहम वैसे ये जन्म कुंडलियां और वहम प्रेम करने वालों को काफी दुखी करते हैं। अगर गृह नहीं मिले, गुण नहीं मिले तो प्रेम की चादर को कहीं तह करके रख देना पड़ता है। पर क्या यह सही है? दो प्रमियों को केवल कुंडली न मिलने पर विवाह के लिये आगे बढाया हुआ कदम पीछे खींच लेना चाहिए? क्या ऐसे लोगों को अपने अपने प्रेम को भूल जाना चाहिए? क्या जन्म कुंडलियां मिलानी जरूरी है? क्या जीवन में सब कुछ पहले से तय नहीं है

12 comments:

रंजन (Ranjan) said...

पता नहीं क्यों कुन्डली के चक्कर में लोग प्रेम को भूल जाते है...

vipinkizindagi said...

bahut sahi likha hai aapne.....

Ashok Pandey said...

अगर जन्‍मकुंडली मिलान हो रहा है, तो प्रेम है ही नहीं।

Udan Tashtari said...

कुण्डली का चक्कर-जो पड़े चकरा कर ही रह जाये.

अमिताभ मीत said...

@ अशोक भाई ..... और आगे प्रेम है ..... तो बाकी बातों का क्या काम ?
प्रेम है, तो full stop यहीं लगा दो. बाकी सब constants हैं, वो constants ही रहेंगे ,,,Let love बे vibrant and all encompassing. I'm sure LOVE PREVAILS .

डॉ .अनुराग said...

नया फंडा है जी प्रेम का ......

Kavi Kulwant said...

Nice to see yr blog
kavi kulwant
http://kavikulwant.blogspot.com

ज़ाकिर हुसैन said...

कुंडली तो भारतीय जनमानस में कुंडली मार कर बैठ गयी है जी.
अब प्रेम को भी अपनी चपेट में ले लिया तो ये खतरनाक संकेत है..

Ek ziddi dhun said...

प्रेम करते कहां हैं, ट्रैप कर रहे होते हैं। मनमोहन की डायरी में पढ़ा था कि प्रेम इतना बड़ा विद्रोह लेकिन शादी करते ही प्रेमी पुरुष प्रेमिका को उन्हीं पितृसत्ता केढांचों मेंबांध देना चहता है।

n. achariya said...

....??????

नवीन दत्त बगौली said...

jarure nahe ha laken jarure ve ho gaya ha ku ke pram karna kese khatara sa kam nahe jetanasamaj aga ja raha ha utana he ham rudevade ho raha ha. sayade samaje badalna nahe chahata.

Unknown said...

आज रोना आ रहा है मेरे सात ऐसा हो जायेगा तो में मर ही जाऊगाँ मुझे अपने प्यार पर विश्वास है हमारी कुन्डली जरूर मिल जायेगी. ...i love you minakshi