Monday, March 10, 2008

सरोजा को सलाम

मिलिए सरोजा से.... मेजर सरोजा .... जिसने कामनवेल्थ खेलों में भारत के लिए पहली बार गोल्ड जीता.... इतनी बड़ी उप्लब्दी और जानते कितने लोगे हैं ? शायद बहुत कम लोगों को पता होगा। मैं महिला दिवस पर उससे मिल कर कुछ खास लिखने के मूड में थी। मिल्ट्री अस्पताल के कमांडेंट हरेंद्र ने पहले ही सरोजा को बुला लिया था.... मेजेर सरोजा जूनिफारम में एक सैन्य अधिकारी सरीखी लग रही थी लेकिन चेहरे पर सादगी झलक रही थी। आर्मी डे पर सेना मेडल पाने वाली सरोजा पहली ऑरत है जिसे मेडिकल सेवाओं के लिए बहादुरी पुरुस्कार मिला है। सरोजा ने कुचिपुरी नृत्य से ग्रेजुअशन किया लेकिन उसने कभी सोचा भी नही था की वो एक दिन आर्मी आफिसर बन जाएगी। ऐसा तो कभी भी नही की वो शूटर बनेगी। पहले दिन गन उठाई तो घायल भी हो गई...फिर जिंदगी पता नहीं कैसे चलने लगी । शुटिंग के दौरान मन में एक सपना पलने लगा था, देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना है सो पूरा हो गया लेकिन सेना मेडल मिला तो लगा, सेना ने उसकी खेल भावना को मान दिया है। जीवन में ९१ मेडल जीत कर भारत को विश्व की सुरखियाँ दिलाने वाली सारोजा को सलाम ।

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